गरीब महिलाओं के लिए रोजगार योजना – Mahilaon Ke Liye Rojgar Yojana | महिला समृद्धि योजना | महिला उद्यम निधि योजना | फ्री सिलाई मशीन योजना | प्रधानमंत्री रोजगार योजना | ओरिएंटल महिला विकास योजना आदि की मदद से घर बैठे उद्योग शुरू करें।
महिलाओं के लिए रोजगार योजना | महिलाओं के लिए प्रशिक्षण और रोजगार कार्यक्रम
अगर आप एक महिला हैं और आपको लगता है कि आप घर चलाने के साथ-साथ कुछ कार्य भी करें, जिससे आपको अपने परिवार की आर्थिक प्रगति में योगदान देने का अवसर मिले, अर्थात पैसे कमाने का मौका मिले; तो आप बिल्कुल सही जगह पर हैं।
क्योंकि आज के इस आर्टिकल में हम बात महिलाओं के लिए घर बैठे रोजगार योजना के बारे में करने वाले हैं, अगर आप एक महिला है, और घर बैठे रोजगार पाना चाहती हैं, तो आप इस आर्टिकल को पूरा पढ़िएगा।
इस आर्टिकल को पूरा पढ़ने के बाद आपके मन में इस विषय से संबंधित किसी भी प्रकार के प्रश्न नहीं रह जाएंगे, तो आइए शुरू करें।
महिलाओं के लिए रोजगार योजनाओ की सूची आगे दी गई है, आप इनके बारे में एक-एक करके पढ़ सकते हैं।
#1. महिला प्रशिक्षण और रोजगार कार्यक्रम सहयोग योजना
महिलाओं के हित में चलाई गई “महिला प्रशिक्षण और रोजगार कार्यक्रम सहयोग योजना” सरकार द्वारा महिलाओं के हित में उठाया गया एक महत्वपूर्ण कदम है, और इस योजना को step scheme के नाम से भी जाना जाता है।
जहां step का फुल फॉर्म “Support to training and employment programme” है और इस योजना के माध्यम से सरकार मुख्य रूप से 16 वर्ष या उससे ऊपर की महिलाओं को लाभान्वित करना चाहती है।
इस योजना के माध्यम से सरकार महिलाओं को सक्षम और सशक्त करना चाहती है; ताकि महिलाएं किसी के ऊपर निर्भर ना रहें, और स्वतः इतनी परिपक्त हो जाएं कि उन्हें किसी के सामने हाथ ना फैलाना पड़े, एवं उनका कोई शोषण ना कर सके।
और जैसा कि आप सभी जानते हैं कि किसी भी स्किल्स का ना होना बेरोजगारी का मुख्य कारण होता है, तो सरकार ने इस योजना के माध्यम से महिलाओं के अंदर बेहतर स्किल्स को विकसित करने का प्रयास किया है। ताकि वे उन स्किल्स के माध्यम से स्वतः पैसे कमा सकें और आत्मनिर्भर बन सकें।
योजना का उद्देश्य
इस योजना का मुख्य उद्देश्य 16 वर्ष से ऊपर सभी महिलाओं को स्किल्ड बनाना है, अर्थात कौशल प्रदान करना है, जिससे महिलाओं को बड़ी आसानी से रोजगार उपलब्ध हो सके और महिलाएं स्वरोजगार में सक्षम हो सकें, और आत्मनिर्भर बन सकें और उन्हें आर्थिक रूप से किसी पर निर्भर ना होना पड़े।
#2. महिला स्व सहायता समूह योजना
“महिला स्व सहायता समूह योजना” जैसा कि नाम से ही स्पष्ट होता है, महिलाओं का एक ऐसा समूह जो स्वयं की सहायता के लिए स्वतः निर्मित किया गया है। यह एक समान आय वाले गरीब अथवा मध्यमवर्गीय महिलाओं का समूह होता है। जिसमें सभी महिलाएं अपनी इच्छा से जुड़ते हैं, और यह समूह 10 से 15 महिलाओं का होता है।
जिसमें सभी महिलाएं अपनी स्वेच्छा अनुसार अपने महीने की कुछ बचत राशि को एक व्यवस्थित तरीके से जमा करती हैं, इन्हीं समूह में से किन्ही तीन व्यक्तियों को कार्य की जिम्मेदारी दी जाती है, जोकि पैसा इकट्ठा करने और रजिस्टर करने का कार्य करते हैं।
समूह के सभी सदस्य इन तीन प्रमुख महिलाओं के पास अपने पैसे जमा करते हैं, और यह महिलाएं उस पैसे को लेकर एक बैंक में जमा करते हैं। जहां इनके समूह के नाम से बचत खाता होता है, और यह बैंक सरकार के दिशा निर्देशों के अंतर्गत चलते हैं।
और इस योजना के प्रावधानों का पालन करते हैं और इसी बैंक के माध्यम से यह समय समय पर पैसे निकालकर सभी महिलाओं में बराबर बांट देते हैं और उसकी किस्त और ब्याज को निर्धारित कर देते हैं।
जिससे महिलाओं को एक साथ बड़ी धनराशि मिलने से वह अपना कुछ कार्य शुरू कर सकते हैं, या उन पैसों को किसी बड़े काम में लगा सकते हैं; तो इसी प्रकार महिला स्व सहायता समूह का प्रक्रम चलता रहता है।
योजना का उद्देश्य
सरकार द्वारा इस योजना को शुरू करने का प्रमुख उद्देश्य समाज के गरीब तबके का जीवन स्तर सुधारना है एवं उन्हें एक छोटी धनराशि से कुछ बड़ा कार्य करने के लिए बड़ी धनराशि प्रदान करवाना है।
जिससे अगर वह स्वयं का कुछ करना चाहते हैं, तो वह पैसे की वजह से उस कार्य से पीछे ना हटे और इसी के साथ-साथ यह सब कार्य करने से महिलाओं के अंदर जागरूकता आती है और इसी के साथ वह और कुछ करने के लिए प्रेरित होती हैं।
जिससे उनके आय का स्रोत बन सके एवं महिलाओं का एक सशक्त समूह बन सके, जो समय आने पर एक दूसरे की आर्थिक मदद में तत्पर रहें और सभी धीरे-धीरे विकास की राह पर अग्रसर हो।
योजना की नियम व शर्तें
महिला स्व सहायता समूह को चलाने के लिए कुछ महत्वपूर्ण नियम और शर्ते हैं।
आइए उन नियम और शर्तों को क्रमबद्ध तरीके से समझते हैं।
- समूह निरंतर 6 माह से लगातार कार्यरत हो।
- समूह के सभी सदस्य समय पर मासिक धनराशि जमा करें और यह मासिक धनराशि समूह के सदस्य स्वयं निर्धारित करते हैं।
- समूह व्यवस्थित तरीके से संचालित हो जिसमें सभी रजिस्टर अच्छे से मेंटेन हो।
- समय-समय पर समूह के सभी सदस्यों की मीटिंग होनी चाहिए अब वह सप्ताहिक व मासिक कुछ भी हो सकती है।
#3. फ्री सिलाई मशीन योजना
यह योजना ग्रामीण महिलाओं के जीवन स्तर को सुधारने हेतु केंद्र सरकार द्वारा चलाई गई एक महत्वपूर्ण योजना है। जिसके अंतर्गत केंद्र सरकार द्वारा समस्त गरीब ग्रामीण महिलाओं को मुफ्त में सिलाई मशीन दी जाएगी।
जिससे कि गरीब महिलाओं के सामने रोजगार के नए अवसर बने और यह महिलाएं किसी दूसरे पर निर्भर ना रहें, आत्मनिर्भर बने और आर्थिक रूप से सशक्त होकर देश के विकास में अपना योगदान दें।
और यह बात तो आप भली-भांति जानते हैं कि सिलाई मशीन के जरिए महिलाएं अपना स्वयं का काम शुरू कर सकती हैं और घर बैठे पैसे कमा सकती है।
लेकिन कुछ महिलाओं के पास आर्थिक तंगी होने के चलते वह मशीन खरीदने में सक्षम नहीं होती हैं और उनके पास मशीन खरीदने तक के पैसे नहीं होते, जिससे कि वे अपना काम शुरू कर सकें, तो इसी बात को केंद्र सरकार ने ध्यान देते हुए इस योजना का शुभारंभ किया था।
योजना का उद्देश्य
इस योजना के माध्यम से सरकार निचले तबके की समस्त गरीब महिलाओं को सिलाई मशीन वितरित करना चाहती है, जो कि पूर्ण रूप से मुफ्त है, और इस योजना का प्रमुख उद्देश्य गरीब ग्रामीण महिलाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करवाना है।
जिससे कि वह आत्मनिर्भर हो सकें, और सिलाई मशीन के माध्यम से अपना एक नया धंधा शुरू कर सकें और अपनी आर्थिक स्थिति को अच्छा कर सके, जिससे उनके जीवन स्तर में सुधार आएगा, और वह अपना योगदान देश की प्रगति में दे सकें।
#4. प्रधानमंत्री महिला रोजगार योजना
प्रधानमंत्री रोजगार योजना बेरोजगार युवाओं और महिलाओं के लिए शुरू की गई बहुत ही लाभकारी योजना है। इस योजना के अंतर्गत बेरोजगार महिलाओं और युवाओं को सरकार की तरफ से बैंक लोन देने का कार्य करेंगे, जिससे कि बेरोजगार महिलाएं अथवा युवा वर्ग अगर अपना कुछ धंधा करना चाहते हैं, तो उसे कर सकते हैं।
गरीब महिलाओं के लिए रोजगार योजना वाली इस स्कीम को 1993 में लांच किया गया था, और इसके माध्यम से सरकार बेरोजगारी हटाना चाहती है और देश के युवा वर्ग को व्यवसाय के लिए प्रेरित करना चाहती है और जितने भी निचले तबके के बेरोजगार युवा व महिला वर्ग हैं।
जो कि आर्थिक सहायता ना होने के चलते कुछ नहीं कर पा रहे हैं, उन्हें आर्थिक सहायता प्रदान करने का यह सबसे सरलतम उपाय हैं और इसके माध्यम से सरकार इन्हें सशक्त और सक्षम बनाना चाहती है।
योजना का उद्देश्य
इस योजना का प्रमुख उद्देश्य सभी बेरोजगार युवा वर्ग व महिला वर्ग को रोजगार की ओर अग्रसर करना है, ताकि वह स्वयं का कुछ शुरू कर सकें और आत्मनिर्भर बन सकें अगर मुख्य रूप से देखा जाए, तो यह योजना सरकार के द्वारा बेरोजगारी हटाने के लिए महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकती है।
और इसके माध्यम से देश की आर्थिक स्थिति में समय के साथ अच्छा सुधार हो सकता है, क्योंकि जब तक देश का युवा वर्ग सशक्त नहीं होगा तब तक देश आर्थिक तंगी झेलता रहेगा।
आवश्यक दस्तावेज
अगर आप प्रधानमंत्री रोजगार योजना से लोन लेने के लिए आवेदन करना चाहते हैं, तो उसके लिए आपको निम्नलिखित आवश्यक दस्तावेज लगेंगे।
- पहचान पत्र
- जाति प्रमाण पत्र
- आय प्रमाण पत्र
- आधार कार्ड
- फोटो
- मोबाइल नंबर
#5. ओरिएंटल महिला विकास योजना
ओरिएंटल महिला विकास योजना को सरकार द्वारा महिलाओं के हित में उठाए गए सबसे महत्वपूर्ण कदमों में से एक कदम माना जा सकता है। क्योंकि इस योजना के अंतर्गत सरकार द्वारा महिलाओं को व्यवसाय करने के लिए लोन के रूप में 10 से लेकर के 25 लाख रुपए तक की धनराशि मुहैया कराई जाती है।
जो कि किसी भी व्यवसाय को शुरू करने के लिए एक अच्छी खासी धनराशि है, इतनी धनराशि में एक अच्छा खासा व्यवसाय अच्छे स्तर से शुरू किया जा सकता है।
और जैसा कि आप सभी जानते हैं कि अगर आप कहीं भी लोन लेते हैं, तो आपको गारंटर की आवश्यकता पड़ती है, लेकिन यहां सरकार आपको 10 से लेकर 25 लाख रुपए तक की धनराशि बिना किसी गारंटर के दिलवा रही है।
जी हां अर्थात आप यह धनराशि अपने दम पर ले सकते हैं, इसके लिए आपको किसी भी प्रकार के गारंटर की आवश्यकता नहीं पड़ती है। और इसी के साथ-साथ सरकार आपको यह धनराशि चुकाने के लिए एक अच्छा खासा समय देती है, जो कि 7 वर्ष है।
अगर इसमें ब्याज की बात करें; तो आपको इसके लिए 2℅ का ब्याज देना होता है, जो कि सभी बैंकों की तुलना में कम है और यह सिर्फ आपको इसी योजना के अंतर्गत देखने को मिलता है।
योजना का उद्देश्य
इस योजना का उद्देश्य मुख्य रूप से महिला वर्ग को व्यवसाय के लिए सशक्त करना है, और इन्हें एक सहारा देना है, ताकि वह जो करना चाहती हैं, उसे कर सकें और उन्हें किसी भी प्रकार की आर्थिक बाधा ना आए और वह बेरोजगार ना रहे; बल्कि दूसरे व्यक्तियों को रोजगार दे सकें।
आवश्यक दस्तावेज
इस योजना में लगने वाले महत्वपूर्ण दस्तावेज निम्नलिखित हैं।
- पहचान पत्र – आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पैन कार्ड, वोटर आईडी, इत्यादि।
- एड्रेस प्रूफ – आधार कार्ड दे सकते हैं।
- बैंक खाता विवरण।
- आवेदक का पासपोर्ट साइज फोटो।
#6. सेंट कल्याणी योजना
सेंट कल्याणी योजना महिलाओं को आर्थिक मजबूती प्रदान करने के लिए सरकार द्वारा चलाई गई एक महत्वपूर्ण योजना है।
इस योजना के माध्यम से महिलाएं एक अच्छी खासी धनराशि लोन के रूप में लेकर अपना कोई नया व्यवसाय, छोटे-मोटे कल कारखाने, या कोई अन्य व्यवसाय शुरू कर सकती हैं या किसी भी प्रकार के अपने पहले से चल रहे काम धंधे को बढ़ाने के लिए एक अच्छी खासी आर्थिक सहायता सरकार द्वारा ले सकते हैं।
इस योजना के अंतर्गत महिलाएं अपने व्यवसाय के लिए 10 लाख से लेकर के 1 करोड रुपए तक की राशि लोन के रूप में ले सकती हैं। और बात करें इसमें लगने वाले ब्याज की; तो आपको इसके लिए 9% से लेकर 10% तक का ब्याज देना पड़ता है।
Cent Kalyani Yojana के लिए महत्वपूर्ण दस्तावेज
इस योजना के अंतर्गत आवेदन करते समय लगने वाले महत्वपूर्ण दस्तावेज निम्नलिखित हैं।
- आय प्रमाण पत्र
- निवास प्रमाण पत्र
- बिजनेस प्रूफ
- पहचान पत्र
#7. महिला उद्यम निधि योजना
यह महिलाओं के हित में स्मॉल इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट बैंक (SIDBI) के द्वारा शुरू की गई एक महत्वपूर्ण योजना है, जिसका मुख्य उद्देश्य महिला कारोबारियों को एक आर्थिक सहायता प्रदान करना है।
जिससे युवा या महिला कारोबारी अपना व्यवसाय तेजी से बढ़ा सकें और किसी भी प्रकार की आर्थिक मंदी के कारण वह अपने कारोबार या व्यवसाय को ना छोड़े, या अगर यह कोई भी नया कारोबार या व्यवसाय शुरू करना चाहती हैं, तो (SIDBI) से लोन लेकर शुरू कर सकते हैं।
इस योजना के अंतर्गत महिला कारोबारियों को ₹10 लाख तक की आर्थिक सहायता के रूप में लोन की धनराशि प्रदान की जाती है, जिससे कि वे अपने व्यवसाय को एक नया आयाम दे सकें और अपने व्यापार में घटने बढ़ने वाले सभी छोटी-बड़ी चीजों को बहुत आसान तरीके से मैनेज कर सकें।
और इसका प्रमुख उद्देश्य भारत की महिला कारोबारियों को बढ़ावा देना हैं।
योजना के लिए आवश्यक दस्तावेज
अब आइए बात करते हैं कि महिला उद्यम निधि योजना के तहत आपको कौन-कौन से आवश्यक दस्तावेज लगेंगे।
- आपके बिजनेस के डॉक्यूमेंट।
- घर या बिजनेस किसी भी एक जगह का निवास प्रमाण पत्र।
- आप को इसमें एक आईटीआर फाइल करना होता है, उसकी एक कॉपी की आवश्यकता है।
- आधार कार्ड,
- पैन कार्ड,
- पिछले 9 महीने का बैंक का स्टेटमेंट
#8. महिला समृद्धि योजना
महिला समृद्धि योजना की शुरुआत 2 अक्टूबर 1993 में की गई थी, महिला समृद्धि योजना महिलाओं को सूक्ष्म रूप से आर्थिक सहायता प्रदान करने के लिए सरकार द्वारा चलाई गई एक महत्वपूर्ण योजना है।
इसके अंतर्गत महिलाओं को सरकार द्वारा एक आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है, जिसे वह अपने किसी भी महत्वपूर्ण कार्य में उपयोग कर सकें और इस राशि पर सरकार ब्याज में भी बहुत छूट देती है।
जोकि किसी सामान्य बैंक से मिलना नामुमकिन है, इसके अंतर्गत सरकार 1.50 लाख तक तक की राशि प्रदान करती है।
और इन पैसों को वापस करने के लिए सरकार आपको 3 साल का समय देती है, इस दरमियान आपको इस राशि को पूर्ण रूप से चुकता करना होता है।
और इसे चुकाने के लिए आपको त्रैमासिक किस्त भरना होगा अर्थात आपको 3 महीने में एक बार किस भरनी होगी, जो कि आपको 3 साल तक अनिवार्यता शुरू कर देना होगा।
और जिस प्रकार आपने सरकार से सहायता ली थी; ठीक उसी प्रकार आपको उनके पैसे वापस भी करने होंगे और बात करें इसमें ब्याज दर की; तो आपको इसमें 1% से लेकर 4% तक के ब्याज देने पड़ सकते हैं।
योजना में लाभ पाने के लिए पात्रता मापदंड
अब आइए जानते हैं कि महिला समृद्धि योजना से वित्तीय सहायता प्राप्त करने के लिए पात्रता क्या है।
- इसके लिए आपके परिवार की वार्षिक आय ₹300000 अवश्यक रूप से होनी चाहिए।
- आवेदक को गरीबी रेखा से दोगुने नीचे होना चाहिए।
- अगर महिला के परिवार की वार्षिक आय ₹1.50 लाख या उससे कम है तो बैंक आधी राशि ही जारी करेंगे।
आवश्यक दस्तावेज
अब आइए इस योजना में लगने वाले महत्वपूर्ण दस्तावेजों के बारे में जानते हैं।
- निवास प्रमाण पत्र
- पहचान पत्र
- आधार कार्ड
Note – अगर आपके पास आधार कार्ड है, तो आपको आधार कार्ड के अलावा किसी भी अन्य दस्तावेज की आवश्यकता नहीं पड़ेगी; आप अपने आधार कार्ड से ही इस योजना का पूरा काम करवा सकते हैं।
#9. स्त्री शक्ति पैकेज योजना
स्त्री शक्ति पैकेज योजना के पीछे एक अच्छा उद्देश है, जिसे महिलाओं को आगे बढ़ाने व्यापार कारोबार शुरू करने के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करने के उद्देश्य से शुरू किया गया है।
इस योजना के अंतर्गत सरकार 25 लाख रुपए तक की एक अच्छी धनराशि महिलाओं को दिलवाती है।
इस धनराशि के माध्यम से महिला अपना स्वरोजगार शुरू कर सकती हैं, और किसी भी अच्छे धंधे में उतर सकते हैं और अपने जीवन को एक नई दिशा दे सकते हैं।
और इसी के साथ-साथ अपनी आर्थिक समस्या को भी दूर कर सकते हैं।
योजना के लिए पात्रता
अब आइए स्त्री शक्ति योजना से लाभान्वित होने के लिए पात्रता जानते हैं।
- यह योजना केवल महिलाओं के लिए है तो यह सुनिश्चित करें कि आवेदक एक महिला ही होनी चाहिए।
- और अगर दूसरी स्थिति में आवेदन किसी कंपनी की तरफ से आता है, तो उस कंपनी में 50% से ज्यादा मालिकाना हक एक औरत का होना चाहिए।
- अगर ऐसा नहीं होता है, तो वह इस योजना का लाभ नहीं उठा सकते हैं।
महत्वपूर्ण दस्तावेज
अब आइए इस योजना में लगने वाले महत्वपूर्ण दस्तावेजों को समझते हैं।
- कंपनी संबंधित जानकारी – कंपनी के दस्तावेज, ऑफिस का पता, कंपनी के खाते की जानकारी इत्यादि।
- निवास प्रमाण पत्र,
- बैंक खाते की जानकारी,
- आधार कार्ड वोटर आईडी,
#10. प्रधानमंत्री मुद्रा योजना
भारत सरकार द्वारा देश के युवाओं वा महिलाओं को स्वरोजगार एवं आत्मा निर्भर बनाने के लिए प्रधानमंत्री मुद्रा योजना भारत सरकार का एक बहुत बड़ा कदम है।
इस योजना के अंतर्गत सरकार का प्रमुख उद्देश्य देश के सभी युवा वर्ग एवं महिलाओं को अपना काम शुरू करने के लिए बहुत ही आसान तरीके से पूंजी उपलब्ध कराना है।
अर्थात सरकार इस योजना के माध्यम से लोन उपलब्ध कराती है, जिससे शिक्षित युवा वर्ग व महिलाओं को अपना खुद का व्यवसाय शुरू करने के लिए एक अच्छी आर्थिक सहायता मिल सके, इस योजना का शुभारंभ भारत सरकार के द्वारा 2015 में किया गया।
अब इस योजना के अंतर्गत शिक्षित युवा वर्ग एवं महिलाएं अपने व्यवसाय को शुरू करने के लिए ₹10 लाख तक की एक अच्छी आर्थिक सहायता पा सकते हैं।
और इसमें आपको बहुत ही किफायती ब्याज दर चुकाने होते हैं जो की किसी भी अन्य बैंकों की तुलना में अत्यधिक कम होता है, तो आप इन पैसों का अच्छे से सदुपयोग कर सकते हैं और अपने सपनों और अपने आयामों को एक नई दिशा वा उड़ान दे सकते हैं।
इस योजना के अंतर्गत आप जितनी भी धनराशि लोन के रूप में लेते हैं, उन्हें ब्याज सहित चुकाने के लिए सरकार के द्वारा आपको 3 साल या 36 महीने तक का समय दिया जाता है।
क्योंकि 3 साल किसी भी व्यवसाय को एक आयाम तक पहुंचाने के लिए पर्याप्त समय होता है, इसके बाद आपको सरकार की धनराशि वापस करनी होगी।
प्रमुख विशेषताएं
आईए इस योजना के प्रमुख विशेषताओं को समझते हैं।
- इस योजना के अंतर्गत आप अपने व्यवसाय में लगने वाले कहीं भी बड़े खर्चों को फाइनेंस करा कर आसान किस्तों में बनवा सकते हैं।
- इस योजना को तीन अलग-अलग कैटेगरीओं में वर्गीकृत किया गया है जहाँ आप विभिन्न प्रकार की कैटेगरीओं में विभिन्न प्रकार के लोन की राशि प्राप्त कर सकते हैं, जो कि कुछ इस प्रकार हैं।
1). शिशु – ₹50 हजार
2). किशोर – ₹5 लाख
3). तरुण – ₹10लाख
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Conclusion – महिलाओं के लिए रोजगार योजना
हम आशा करते हैं कि आपको महिलाओं के लिए रोजगार योजना पर हमारे द्वारा प्रकाशित की गई यह जानकारी अच्छी लगी होगी और आपके लिए उपयोगी है।
अगर आपने हमारे इस लेख को पूरा ध्यानपूर्वक पढ़ लिया है तथा आप भी एक गरीब महिला है और हमारे द्वारा बताई गई गरीब महिलाओं के लिए रोजगार योजना का लाभ प्राप्त करना चाहती हैं, तब आपको इनका लाभ अवश्य प्राप्त करना चाहिए।
अगर आपको mahilaon ke liye Rojgar Yojana की यह जानकारी अच्छी लगी है और इससे आपको कुछ लाभ हुआ है, तो आप इसे अन्य मित्रों के साथ भी साझा कर सकते हैं, जिससे यह योजनाएं उनके भी काम आ सके, धन्यवाद।